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Rupade Ki Janampatri: Folk Tale (Vol. III)
Content Provider | Internet Archive: Cultural Resources of India |
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Spatial Coverage | 1988-04-25 |
Description | लोक कथा: रुपादे की जन्म पत्री । पिता द्वारा रुपादे की कला का पता लगाना व मालजी का संदेश अपने काका के घर डलवाना। साहणी को भेजना व बंदरा का मालजी की वार्ता। रुपादे के संग वार्ता करना। माजी द्वारा क्रोध करना व पिता का रुपादे के पास आकर क्रोध करना व 6 महीना का समय मांगना। गुरु के आने पर नारेल देना। लगन लिखना व विवाह की तैयारी करना। हल्दी गीत गाना, न्यौता देना, विनायकी जी, शिवजी, रामदेवजी व चामुण्डा माता का पुजन करना। सहेलियो का माली को रोकने जाना। रुपादे द्वारा मालजी के सेनाण पूछना व मालजी का सैनाण बताना। |
Access Restriction | Open |
Rights License | http://creativecommons.org/licenses/by-nc/4.0/ |
Subject Keyword | Oral Traditions |
Content Type | Audio |