Loading...
Please wait, while we are loading the content...
Similar Documents
Rupade Ki Janampatri: Folk Tale (Vol. II)
Content Provider | Internet Archive: Cultural Resources of India |
---|---|
Spatial Coverage | 1988-04-25 |
Description | लोक कथा: रुपादे की जन्म पत्री - लालजी के पीछे कटछावो की बार चढना उन्हे हरा कर वापस करना, घोड़ो का आधा करना सिंह रुप करना। विवाह की बात करना व माल जी का मना करना। विवाह वार्ता व दुसरे जन्म की वार्ता। अगले जन्म का परिचय देना व दूदवे गाँव में जन्म लेना। सोने के पाया में जन्म, चन्दन का मोल करना व पालना बनवाना। भुआ का माली के साथ वार्ता। भुवा व कारीगर की वार्ता। रुपा मन्दिर बनाना व पशु चराना। मालजी का शिकार करना। अपने सत्तीव से प्यास बुझाना व विवाह वार्ता प्रस्ताव रुपादे के पिता से करना। |
Access Restriction | Open |
Rights License | http://creativecommons.org/licenses/by-nc/4.0/ |
Subject Keyword | Oral Traditions |
Content Type | Audio |