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Kuchamani Khayal (Vol. I)
Content Provider | Internet Archive: Cultural Resources of India |
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Spatial Coverage | 2008-04-25 |
Description | कुचामनी ख्याल - कुचामनी ख्याल मारवाड़ की एक मात्र लोक नाट्य परम्परा है जिसमे संगीत, नृत्य एवं नाटक का मिश्रित रुप देखने को मिलता है । भांड जाति के पेशेवर कलाकारों द्वारा कुचामनी लोक नाट्य शैली के रुप मे ग्रामीण आंचल में लाखो लोगों का मनोरजंन किया जाता है। कुचामनी ख्याल परम्परा लगभग 2-3 शताब्दियों पूर्व मेड़ता और नागौर श्रेत्र में विकसित हुई है। मनोरंजन के श्रेत्र में फिल्मों के आगमन के बाद इस नाट्य शैली की परम्परा घटती चली गयी और आज कुछ ही कलाकार इस नाट्य परम्परा को जीवित रखे हुए है। इस लोक नाट्य शैली मे गायन की परम्परा के अन्तगर्त राग मांड का प्रयोग किया जाता रहा है। मांड की इस गायन शैली मे लावणी मांड के रुप में अत्यधिक प्रचलित है। इस मीडिया मे लोक नाटक मे चैधरी का ठाकुर पूरणमल को घर के समाचार कहना और पूरणमल द्वारा गायों और भेसियों का दुध नही निकालने की बात करना। साथ में लोक वाद्य नगारा और धूंधरु की रोमांचक स्वर लहरीं |
Access Restriction | Open |
Rights License | http://creativecommons.org/licenses/by-nc/4.0/ |
Subject Keyword | Theatre |
Content Type | Video |