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Ballad of Dhola Maru
Content Provider | Internet Archive: Cultural Resources of India |
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Spatial Coverage | 1979-09-25 |
Description | लोक कथा जो ढोला मारु की कथा से जुड़ी हुई है - देवताओ के राजा इन्द्र देव की कथा: धरती पर मान सरोवर पर इन्द्र नृत्य का आन्नद ले रहे थे तब मानसरोवर के राजा मानसिकी की फुलवादे अपनी सहेलियों के साथ आना, इन्द्र द्वारा मानसिंह जी को बुलाकर फूलवाद से विवाह का प्रस्ताव रखना अन्यथा राज्य के सम्पूर्ण सरोवर को सुखाने के लिए कहना और 12 साल का अकाल की सजा देने का कहना। राजा मानसिह द्वारा अपनी जनता से पुछना और जनता राजा का साथ देती हूई इन्द्र की बात का न मानना। सुखे के कारण राज्य के लोगो को नलसिंह के राज्य मे पहुचना। ढोला और मारु का जन्म होना और उनका बाल विवाह हो जाना। अकाल खत्म होने पर राजा मानसिंह का अपने राज्य लोट जाना। युवा अवस्था मे पहुचते पहुचते ढोला द्वारा मारु को भूल जाना और कही और विवाह कर लेना। मारु द्वारा संदेशा भिजवाना लेकिन ढोला तक संदेशा नही मिलना। ढोला को अन्त मे मारु को संदेश मिलना और तोडीया पर सवार होकर पूंगल देश पहुचना। |
Access Restriction | Open |
Rights License | http://creativecommons.org/licenses/by-nc/4.0/ |
Subject Keyword | Ballad |
Content Type | Audio |