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त्यौहारों का देश
Content Provider | SCERT Andhra Pradesh |
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Editor | कट्टीमनी, टी. वी. |
Description | यहाँ कक्षा आठवीं की हिंदी की द्वितीय भाषा की पाठ्यपुस्तक "बाल-बगीचा - 3" में से लिए गए तीन अध्यायों का वर्णन किया गया है I जिसके पहले अध्यायरूपी कविता 'त्यौहारों का देश' में कवी ने भारत में मनाने जाने वाले विविध त्योहारों के बारे में वर्णन किया है I दूसरे अध्याय 'चावल के दाने' में लेखक ने तेनाली रामन ने राजा कृष्णदेवराय को चावल एक दाने की मदद से जीवन में सफलता पाने हेतु हर छोटे कदम का महत्त्व समझाया है I वहीं तीसरा अध्याय 'मैं सिनेमा हूँ' में भारतीय सिनेमा के वैभवशाली इतिहास का वर्णन किया गया है और साथ ही में सिनेमा पायरसी से बचने की सलाह भी दी गई है I |
Page Count | 22 |
File Size | 804071 |
File Format | |
Language | Hindi |
Publisher | Government of Andhra Pradesh |
Publisher Place | Hyderabad |
Access Restriction | Open |
Subject Keyword | त्यौहार देश चावल सिनेमा बात |
Alternative Title | चावल के दाने मैं सिनेमा हूँ |
Content Type | Text |
Educational Framework | Andhra Pradesh Board of Secondary Education (APBSE) |
Educational Role | Student Teacher |
Educational Use | Classroom Reading |
Time Required | P2D |
Education Level | Class V Class VI Class VII Class VIII |
Resource Type | Book |
Subject | Hindi Literature |