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मुंशी प्रेमचंद की सम्पूर्ण रचनाएँ
Content Provider | Literature Collection |
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Author | Munshi Premchand |
Description | प्रेमचंद हिन्दी और उर्दू के सर्वाधिक लोकप्रिय उपन्यासकार एवं कहानीकार थे। उन्होंने सेवासदन, प्रेमाश्रम, रंगभूमि, निर्मला, गबन, कर्मभूमि, गोदान आदि लगभग डेढ़ दर्जन उपन्यास तथा कफन, पूस की रात, पंच परमेश्वर, बड़े घर की बेटी, बूढ़ी काकी, दो बैलों की कथा आदि जैसे तीन सौ से अधिक कहानियाँ लिखीं। उनमें से अधिकांश हिन्दी तथा उर्दू दोनों भाषाओं में प्रकाशित हुईं। उन्होंने हिन्दी समाचार पत्र जागरण तथा साहित्यिक पत्रिका हंस का संपादन और प्रकाशन भी किया। प्रेमचंद जीवन के अंतिम दिनों तक साहित्य सृजन में लगे रहे। १९०६ से १०३६ के बीच लिखा गया प्रेमचंद का साहित्य इन तीस वर्षों का सामाजिक सांस्कृतिक दस्तावेज है। इसमें उस दौर के समाजसुधार आन्दोलनों, स्वाधीनता संग्राम तथा प्रगतिवादी आन्दोलनों के सामाजिक प्रभावों का स्पष्ट चित्रण है। उनमें दहेज, अनमेल विवाह, पराधीनता, लगान, छूआछूत, जाति भेद, विधवा विवाह, आधुनिकता, स्त्री-पुरुष समानता, आदि उस दौर की सभी प्रमुख समस्याओं का चित्रण मिलता है। आदर्शोन्मुख यथार्थवाद उनके साहित्य की मुख्य विशेषता है। हिन्दी कहानी तथा उपन्यास के क्षेत्र में १९१८ से १९३६ तक के कालखण्ड को 'प्रेमचंद युग' या 'प्रेमचन्द युग' कहा जाता है। यहाँ उनकी सभी रचनाएँ संकलित की गई हैं। |
File Format | |
Language | Hindi |
Requires | PDF viewer Plugin |
Access Restriction | Open |
Subject Keyword | Complete works of Premchand Premchand short stories Novels of Premchand Munshi Premchand Hindi Novel Hindi literature Hindi short stories Hindi short stories for children Translated literature हिन्दी साहित्य हिंदी कहानियां हिंदी नाटक मुंशी प्रेमचंद |
Alternative Title | Premchand Rachanavali |
Content Type | Text |
Resource Type | Book Collection |