Loading...
Please wait, while we are loading the content...
Similar Documents
Folk Tale on Raja Nal (Vol. II)
Content Provider | Internet Archive: Cultural Resources of India |
---|---|
Spatial Coverage | 1989-12-19 |
Description | लोक कथा: राजा नल की लोक कथा - नल का पिंगल में तेली के यहाँ रहना। नल की प्रशंसा राजा बुध के दरबार में होना। तेली को बुध का बुलावा। चोपड़ में तेली का हारना। तेली जगह नल द्वारा चैपड़ खेलना। जीत होना और समधी बनने की बात करना। भेद से संबंध विच्छेद की बात करना। नल को बुलाकर लाखियावन जाने की शर्त बताना। नल ने अपनी पत्नी को सपने वाली बात सच्ची होना का बताना। नल का प्रस्थान करना। राजा की फोज एवं दुर्गा का पीछे जाना। वन में भील समुदाय से सामना होना। उधर देवी दुर्गा का जन की पत्नी दमयंति के समक्ष प्रकट होना। नल की रक्षा का वादा करना। राजा बुध की चाल पर तेली का गुस्सा होना। नल द्वारा तेली को समझा कर मद के होश को ठंडा करना। नल द्वारा तेली को मित्र भेद के बारे में बताना। मंत्री द्वारा पंण्डित द्वारा गलत सावा पुछना और शादी के समय मौन होने के बारे में पुछना। |
Access Restriction | Open |
Rights License | http://creativecommons.org/licenses/by-nc/4.0/ |
Subject Keyword | Oral Traditions |
Content Type | Audio |