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Manganiyar Children Camp II (Vol. VI)
Content Provider | Internet Archive: Cultural Resources of India |
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Spatial Coverage | 2009-08-29 |
Description | दिनांक 28 अगस्त 2009 से अरना-झरना राजस्थान मरू संग्रहालय के अन्तर्गत मांगनियार बाल कलाकार बहुउद्धेश्य प्रशिक्षण शिविर का आरंभ हुआ । भारतीय कला संस्था (आई.एफ.ए) बैंगलोर के सोजन्य से संचलित एवं रूपायन संस्थान, जोधपुर एवं अमेरिकन रिर्सच सेन्टर, गुड़गांव के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस बहुउद्धेश्य शिविर में राजस्थान की परंपरागत गायक जाति मांगनियारों का पुनः प्रसार एवं परंपरागत मौखिक गायक शैली को उनकी भावी पिढ़ी को सौपने का प्रयास किया गया । पष्चिमी राजस्थान के यह पैशेवर गायक मांगनियार जाति राजस्थान के बहुसंख्यक जातियों के यहां वंशावली वाचन का काम भी करती हैं । शुभराज में यजमान जाति की वंश परंपरा का यषोगान करती हैं । मांगनियारों की यह गायकी पिढ़ी दर पिढ़ी लोक समाज में मौखिक परंपरा में चलती हैं । यह गायक जाति अपने यजमानों के साथ उनके सभी प्रकार के सामाजिक, धार्मिक, मांगलिक कार्यो में गायन और वादन करते हैं और यही इनका जीवन यापन का साधन भी हैं । रूपायन संस्थान के अरना-झरना रत्र राजस्थान मरू संग्रहालय के प्राकृतिक वातावरण में शिविर प्रारंभ हुआ जिसमें पश्चिमी राजस्थान के बाड़मेर, जोधपुर एवं जैसलमेर जिले के गांवों से बाल-कलाकारों को शामिल किया गया हैं। यह बाल कलाकार मांगनियार लोक गायन की वह नवीन पिढ़ी हैं जो मौखिक परंपरा से गायन सीखती रही हैं और तजमानी प्रथा के अनुसार अपने यजमानों के यहां गायन, वादन करते हैं । इस शिविर में शामिल यह सभी बाल कलाकार किसी न किसी प्रकार से इस संगीत परंपरा से जुड़े हुए हैं। शिविर के लिए इन बाल कलाकारों का चयन क्षैत्र विशेष के वरिष्ठ मांगनियार लोक कलाकार के साथ विचार-विर्मश करके किया गया । |
Access Restriction | Open |
Rights License | http://creativecommons.org/licenses/by-nc/4.0/ |
Subject Keyword | Folk Music |
Content Type | Video |